पैगम्बर मौहम्मद ने फरमाया कि जो मोमिन छह बातों का जिम्मेवार हो मैं उसके लिए बहिश्त - जन्नत - का ज़ामिन अर्थात यकीन दिलाता हूं। पहला सच बोलना, दूसरा वादे को पूरा करना, तीसरा अपनी शर्मगाहों को हराम से बचाना, चैथा अपनी निगाह को नामहरम की ओर डालने से बचाना, पांचवा हराम की कमाई का एक निवाला भी खाना और छठा अमानत में खियानत करना।
No comments:
Post a Comment